Sandalwood tree farming

Sandalwood Tree Farming की खेती आपको बना देगी करोड़पति

Sandalwood Tree Farming Process : अगर आप कोई बिजनेस करना चाहते हैं और फार्मिंग आपकी पसंदीदा लाइन है तो आप फार्मिंग करके करोड़ों का मुनाफा कमा सकते हैं। जानना चाहते हैं कैसे? आज हम आपको एक ऐसे पेड़ की खेती की जानकारी देंगे जो काफी कॉस्टली बिकता है और उससे बहुत ज्यादा मुनाफा होता है। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार अगर नए जमाने की फसलों की खेती की जाए वो भी टेक्निकल तरीके से तो काफी फायदा हो सकता है।

Sandalwood Tree Farming : इस पेड़ की खेती से मिलेगा इतना अधिक फायदा?

हम बात कर रहे हैं चंदन के पेड़ की! ऐसा माना जाता है कि चंदन का पेड़ सबसे ज्यादा मुनाफा देने वाला पेड़ है जिसकी खेती करके कोई भी किसान बड़ी आसानी से करोड़ों रुपए कमा सकता है। चंदन की पेड़ों की लकड़ियां इतनी ज्यादा कीमती है कि साल दर साल इनकी कीमतें बढ़ती ही रहती हैं।

विदेशो में है बहुत डिमांड

चंदन की लकड़ी यों की डिमांड अंतरराष्ट्रीय बाजार में बहुत ज्यादा है यह डिमांड इतनी ज्यादा है कि अभी तक इसको पूरा नहीं किया गया है जिस वजह से चंदन की लकड़ियां दिन पर दिन महंगी होती जा रही हैं।

धैर्य रखें होगा भारी मुनाफा

अगर आप मेहनती हैं और आपके अंदर धैर्य धारण करने की क्षमता है तो चंदन की खेती से ज्यादा प्रॉफिट वाला बिजनेस आपके लिए और कोई हो ही नहीं सकता। बुवाई से 8 साल के बाद चंदन के पेड़ में हर्टवुड बनना शुरू होता है और 12 से 15 साल के बाद पेड़ कटाई के लिए पूरी तरह से तैयार हो जाता है। एक बार जब पेड़ तैयार हो जाता है तो इसमें से हर वर्ष यह 15 से 20 किलो लकड़ी आसानी से काटी जा सकती है। चंदन की लकड़ी इतनी कीमती होती है कि बाजार में इसकी कीमत 3 से 7 हजार रुपए प्रति किलो है, इतना नहीं कहीं कहीं तो इसकी कीमत ₹10000 प्रति किलो भी है।

चंदन पेड़ की फार्मिंग कैसे करें?

चंदन की खेती को जैविक और पारंपरिक यानी ट्रेडिशनल दोनों तरीकों से किया जा सकता है। अगर चंदन के पेड़ को जैविक तरीके से उगाए तो पेड़ तैयार होने में लगभग 10 से 15 वर्ष लग सकते हैं जबकि अगर चंदन के पेड़ को पारंपरिक तरीके से उगाया जाए तो समय बढ़कर 20 से 25 साल हो सकता है।

कौन से क्षेत्र होते है चंदन की खेती के लिए उपयुक्त?

अब सवाल यह उठता है कि कौन से क्षेत्र में चंदन की खेती सबसे ज्यादा की जा सकती है? तो आपको बता दें कि कृषि विशेषज्ञों का मानना है कि चंदन के पेड़ बर्फीले और रेतीले क्षेत्रों को छोड़कर किसी भी तरह के क्षेत्र में उगाए जा सकते हैं। आपको बता दें कि चंदन के पेड़ की लकड़ियों का उपयोग इत्र से लेकर फर्नीचर और सौंदर्य प्रसाधन बनाने में किया जाता है। इतना ही नहीं कुछ आयुर्वेदिक दवाओं में भी चंदन की लकड़ी का उपयोग किया जाता है।

सीधे सरकार को बेची जा सकती है चंदन की लकड़ियां

आम नागरिक  चंदन की लकड़ी की खरीद-फरोख्त नहीं कर सकते क्योंकि सरकार ने इस पर रोक लगाई है। लेकिन अगर कोई चंदन की खेती कर रहा है तो इसे सीधे तौर पर सरकार को बेच सकता है। चंदन के एक पौधे की कीमत सिर्फ 100 से ₹200 के बीच में होती है अब आप खुद ही सोच लीजिए सौ से डेढ़ सौ रुपए की लागत वाला बिजनेस कितना मुनाफा दे सकता है।

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